एक तेजी से बढ़ती A.I (ए.आई.) ने किया भारतीयों को बेरोजगार बनाने का ऐलान
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (ए.आई.) ने लोगों की नौकरी को खतरे में डाल दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले दिनों में ए.आई. के कारण करीब 30,000 कर्मचारियों की नौकरी को खतरे में डाला जा सकता है।
A.I (ए.आई.) का नया रूप
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (ए.आई.) एक बहुत ही तेजी से विकसित होने वाली तकनीक है, और इसकी बढ़ती पहचान दुनिया भर में हो रही है। इसके साथ ही, इसने कई क्षेत्रों में काम को सरल बना दिया है। जिस प्रकार यह इंसानों के लिए फायदेमंद है, वही इसका बुरा प्रभाव भी हो सकता है। ए.आई. के इस तेजी से बढ़ते उपयोग के कारण, आने वाले दिनों में हजारों लोगों की बेरोजगारी की समस्या और भी बढ़ सकती है।
Google की खोज: ए.आई. को बिजनेस में शामिल करने का नया कदम
गूगल, जो खुद को एक तकनीकी दिग्गज मानता है, अब अपने बिजनेस प्रोसेस में ए.आई. को शामिल करने का नया कदम उठा रहा है। कंपनी तेजी से अपने ए.आई. मॉडल को बढ़ाने की कोशिश कर रही है और इसे एक्सटर्नल ऐप्लिकेशन्स के लिए डेवलप करने में लगी हुई है।
बेरोजगारी की संभावना: 30,000 कर्मचारियों की नौकरी पर बड़ा खतरा
इससे गूगल के वर्कफोर्स में कटौती की संभावना है। आने वाले दिनों में तलवार 30,000 कर्मचारियों की नौकरी पर लटकी हुई दिख सकती है, जिससे कंपनी के अंदर का वातावरण बिगड़ सकता है। इसका असर गूगल के ad सेल्स डिपार्टमेंट पर हो सकता है और इससे कस्टमर सपोर्ट सर्विस पर भी असर पड़ सकता है।
साल की शुरूआत में हुई थी कर्मचारियों की कटौती
यह नया निर्णय गूगल के ad सेल्स डिपार्टमेंट को प्रभावित कर सकता है। गूगल ने साल की शुरूआत में ही 12,000 कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया था, जिससे इसकी विभिन्न टीमों में उथल-पुथल मची थी।
इस तकनीकी युग में, जहां ए.आई. का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है, गूगल का यह निर्णय चुनौतीपूर्ण है। कंपनी को यह सुनिश्चित करना होगा कि इसके ए.आई. सिस्टम का उपयोग समर्थन के साथ हो और कर्मचारियों को नुकसान से बचाने के लिए सावधानी बरती जाए।